गिरते सँभलते चलना सिखा,
अब कदम बढ़ रहे है।
रास्ता मिल गया है,
मंजिल भी दिख रही है।
शुरुवात हो गयी है,
सफ़र खुशनुमा है।
रही दुआ आपकी,
तो मंजिल पर मिलेंगे।
अब कदम बढ़ रहे है।
रास्ता मिल गया है,
मंजिल भी दिख रही है।
शुरुवात हो गयी है,
सफ़र खुशनुमा है।
रही दुआ आपकी,
तो मंजिल पर मिलेंगे।
1 comment:
:)
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